NCERT solutions for class 8 social science civics chapter 8 जनसुविधाए अब अध्ययन के लिए उपलब्ध है। यदि आप कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान नागरिक शस्त्र Hindi Medium के अध्याय 8 के प्रश्न उत्तर (Class 8 Social Science NCERT Solutions civics नागरिक शस्त्र) पढ़ना चाहते है तो आप सही जगह पे आए है। आपको बात दे की सामाजिक विज्ञान विषय के यह ncert solutions for class 8 social science civics chapter 8 pdf के तौर पर डाउनलोड भी कर सकते है।
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कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान की पुस्तक सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन में छात्रों को भारतीय संविधान, कानून और जनसुविधाओं के बारे में जानने को मिलेगा। नागरिक शास्त्र कक्षा 8 काफी रोचक है।
NCERT solutions for Class 8 Social science civics chapter 8 जनसुविधाए Download as PDF
कक्षा : 8
विषय : सामाजिक विज्ञान (नागरिक शास्त्र –सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन-3)
अध्याय-8 जनसुविधाए
अभ्यास:-
प्रश्न 1 – आपको ऐसा क्यों लगता है कि दुनिया में निजी जलापूर्ति के उदाहरण कम है ?
उत्तर :- प्राइवेट कम्पनी का मुख्य लक्ष्य होता है अधिक से अधिक मुनाफा कमाना। पानी ऐसी चीज है जिसकी जरूरत अमीर गरीब हर किसी को होती है और लगभग एक जैसी होती है।कई देशों में प्राइवेट कम्पनियों को पानी सप्लाई का काम दिया गया। कुछ देशों में इसका जबरदस्त विरोध हुआ और सरकार को दोबारा यह काम अपने हाथों में लेना पड़ा। इसलिए दुनिया में निजी जलापूर्ति के उदाहरण कम हैं।।
प्रश्न 2 – क्या आपको लगता है कि चेन्नई में सबको पानी को सुविधा उपलब्ध है और वे पानी का खर्च उठा सकते हैं ? चर्चा करें।
उत्तर :- चेन्नई में पानी की सुविधा कम ही लोगों को उपलब्ध है। अमीर और रसूखदार लोग तो बड़े आराम से अपने लिए पानी का इंतजाम कर लेते हैं। लेकिन गरीब लोगों को पानी की कमी की परेशानी से जूझना पड़ता है। कुछ इलाकों में तो हालत इतनी खराब है कि सप्ताह के चंद दिनों ही पानी मिल पाता है। अगर नगरपालिका का टैंकर आता भी है तो उससे पानी लेने के लिए काफी धक्कामुक्की करनी पड़ती है।
प्रश्न 3 – किसानों द्वारा चेन्नई के जल व्यापारियों को पानी बेचने से स्थानीय लोगों पर क्या असर पड़ रहा है ? क्या आपको लगता है कि स्थानीय लोग भूमिगत पानी के इस दोहन का विरोध कर सकते हैं ? क्या सरकार इस बारे में कुछ कर सकती है ?
उत्तर :- भौमजल का दोहन होने से जलस्तर गिर जाएगा और फिर स्थानीय लोगों को भी पानी की कमी होने लगेगी। पानी पर हर किसी का अधिकार है। इसलिए स्थानीय लोग भूमिगत पानी के इस दोहन का विरोध कर सकते हैं। सरकार चाहे तो आसानी से इस काम पर रोक लगा सकती है। सरकार किसानों और पानी के व्यापारियों को उचित दंड दे सकती है।
प्रश्न 4 – ऐसा क्यों है कि ज्यादातर निजी अस्पताल और निजी स्कूल कस्बों या ग्रामीण इलाकों की बजाय बड़े शहरों में ही हैं ?
उत्तर :- प्राइवेट कम्पनी का मुख्य लक्ष्य होता है अधिक से अधिक मुनाफा कमाना। इसलिए जब कोई प्राइवेट कम्पनी अस्पताल खोलती है या स्कूल खोलती है तो वह अधिक से अधिक फीस रखती है। इतनी अधिक फीस देने वाले लोग गाँवों या कस्बों में इक्का दुक्का ही होते हैं, जबकि शहरों में ऐसे लोग बहुतायत में होते हैं। इसलिए ज्यादातर निजी अस्पताल और निजी स्कूल कस्बों और ग्रामीण इलाकों की बजाय बड़े शहरों में ही हैं।
प्रश्न 5 – क्या आपको लगता है कि हमारे देश में जनसुविधाओं का वितरण पर्याप्त और निष्पक्ष है ? अपनी बात के समर्थन में एक उदाहरण दें।
उत्तर :- हमारे देश में जनसुविधाओं का वितरण पर्याप्त और निष्पक्ष नहीं है। बड़े शहरों के धनी रिहायशी इलाकों में सभी सुविधाएँ मिल जाती हैं। लेकिन झुग्गी झोपड़ी में जनसुविधाओं का सख्त अभाव होता है। ग्रामीण इलाकों में तो जनसुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं होता है। आपको पब्लिक ट्रांसपोर्ट के कई साधन मुम्बई और दिल्ली जैसे महानगरों में मिल जाएंगे। लेकिन यदि आप झुमरीतिलैया या पतरातू की बात करेंगे तो वहाँ के लोगों को प्राइवेट गाड़ियों पर निर्भर रहना पड़ता है।
प्रश्न 6 – अपने इलाके की पानी, बिजली आदि कुछ जनसुविधाओं को देखें। क्या उनमें सुधार की कोई गुंजाइश है ? आपकी राय में क्या किया जाना चाहिए ? इस तालिका को भरें ।
क्या यह उपलब्ध हैं ? | उसमें कैसे सुधार लाया जाए ? | |
पानी | ||
बिजली | ||
सड़क | ||
सार्वजनिक परिवहन |
उत्तर :-
क्या यह उपलब्ध हैं ? | उसमें कैसे सुधार लाया जाए ? | |
पानी | हाँ | अलग-अलग पानी की टंकियों का निर्माण कर 24 घंटे जलापूर्ति उपलब्ध कराना |
बिजली | बिजली की कमी नहीं हे | झुग्गी बस्तियों में बिजली का कोई सार्वजनिक प्रबंध करना चाहिए। |
सड़क | सड़कों की व्यवस्था कही कही खराब है | सड़कों की निरंतर मरम्मत होनी चाहिए। |
सार्वजनिक परिवहन | सार्वजनिक परिवहन अपर्याप्त है। | बसों, रिक्शा की हर रुट पर व्यवस्था की जानी चाहिए। |
प्रश्न 7 – क्या आपके इलाके के सभी लोग उपरोक्त जनसुविधाओं का समान रूप से इस्तेमाल करते हैं ? विस्तार से बताएँ ।
उत्तर :- हां, निष्पक्ष रूप से हमारे इलाके में सभी जनसुविधाओं का सामान रूप से इस्तेमाल करते है तथा कही कोई भी किसी चीज की आपूर्ति कम लगे तो इलाके के नगर निगम के अधिकारी को सूचित किया जाता है।
प्रश्न 8 – जनगणना के साथ–साथ कुछ जनसुविधाओं के बारे में भी आँकड़े इकट्ठा किए जाते हैं। अपने शिक्षक के साथ चर्चा करें कि जनगणना का काम कब और किस तरह किया जाता है।
उत्तर :- जनगणना का कार्य सरकारी कर्मचारियों द्वारा किया जाता है। जनगणना प्रत्येक 10 वर्ष पश्चात की जाती है। यह कार्यवाही प्रत्येक व्यक्ति के घर-घर जाकर की जाती है। जिसमें यह पता किया जाता है कि घर में कुल कितने सदस्य है, उस जगह की जनसंख्या कितनी हुई। महिलाओं, पुरुषों, बच्चों की संख्या का क्या अनुपात है तथा जिस भी प्रकार की सुविधाएं सरकार द्वारा दी जाती है उसकी लोगों तक कितनी पहुँच है।
प्रश्न 9 – हमारे देश में निजी शैक्षणिक संस्थान – स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण – बड़े पैमाने पर खुलते जा रहे हैं। दूसरी तरफ सरकारी शिक्षा संस्थानों का महत्व कम होता जा रहा है। आपकी राय में इसका क्या असर हो सकता है ? चर्चा कीजिए।
उत्तर :- हमारे देश में निजी शैक्षणिक संस्थान खुलते जा रहे हैं, जबकि सरकारी शिक्षा संस्थानों का महत्त्व कम होता जा रहा है। आने वाले समय में इसका असर यह होगा कि शिक्षा बहुत अधिक महंगी हो जाएगी क्योंकि ज्यादातर बच्चें निजी शैक्षणिक संस्थान की ओर ही बढ़ रहें है, जिसके कारण गरीब लोग इससे वंचित हो जाएगे। वे पहले से ही बच्चों को मुश्किल से पढ़ा पाते है। शिक्षा से वंचित होने के कारण समाज में सामाजिक, आर्थिक अंतर बढ़ता जायेगा जो समाज में टकराव का कारण बनेगा ।
अपनी राय(कमेन्ट) देना न भूलें
इतिहास (History) हमारे अतीत -3
- अध्याय 1 – कैसे, कब और कहाँ ?
- अध्याय 2 – व्यापर से साम्राज्य तक
- अध्याय 3 – ग्रामीण छेत्र पर शासन चलाना
- अध्याय 4 – आदिवासी, दिकु और एक स्वर्ण युग की कल्पना
- अध्याय 5 – जब जनता बगावत करती है 1857 और उसके बाद
- अध्याय 6 – देशी जनता को सभ्य बनाना राष्ट्र को शिक्षित करना
- अध्याय 7 – महिलाएँ, जाति एवं सुधार
- अध्याय 8 – राष्ट्रीय आंदोलन का संघटन : 1870 के दशक से 1947 तक
नागरिक शस्त्र (Civics) सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन -3
- अध्याय 1 – भारतीय संविधान
- अध्याय 2 – धर्मनिरपेक्षता की समझ
- अध्याय 3 – हमें संसद क्यों चाहिए
- अध्याय 4 – कानूनों के समझ
- अध्याय 5 – न्यायपालिका
- अध्याय 6 – हाशशयाकरण की समझ
- अध्याय 7 – हाशियाकरण से निपटना
- अध्याय 8 – जनसुविधाए
- अध्याय 9 – कानून और सामाजिक न्याय
भूगोल (Geography) संसाधन एवं विकास भाग -2
- अध्याय 1 – संसाधन
- अध्याय 2– भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन
- अध्याय 3 – कृषि
- अध्याय 4 – उद्योग
- अध्याय 5 – मानव संसाधन