NCERT solutions for class 8 social science civics chapter 2 धर्मनिरपेक्षता की समझ अब अध्ययन के लिए उपलब्ध है। यदि आप कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान नागरिक शस्त्र Hindi Medium के अध्याय 2 के प्रश्न उत्तर (Class 8 Social Science NCERT Solutions civics नागरिक शस्त्र) पढ़ना चाहते है तो आप सही जगह पे आए है। आपको बात दे की सामाजिक विज्ञान विषय के यह ncert solutions for class 8 social science civics chapter 2 pdf के तौर पर डाउनलोड भी कर सकते है।
ncert solutions for class 8 social science civics chapter 2 in hindi यह सामग्री सिर्फ संदर्भ के लिए है। आप अपने विवेक से तथा अपने अनुसार प्रयोग करें। विद्यार्थियों की आवश्यकताओं के अनुसार परिवर्तन आवश्यक है NCERT solution for Class 8 social science all the chapters can be downloaded from our website www.exammodalpaper.in
कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान की पुस्तक सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन में छात्रों को भारतीय संविधान, कानून और जनसुविधाओं के बारे में जानने को मिलेगा। नागरिक शास्त्र कक्षा 8 काफी रोचक है।
NCERT solutions for Class 8 Social science civics chapter 2 धर्मनिरपेक्षता की समझ Download as PDF
कक्षा : 8
विषय : सामाजिक विज्ञान (नागरिक शास्त्र –सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन-3)
पाठ :-2 धर्मनिरपेक्षता की समझ
अभ्यास:-
प्रश्न 1 – अपने आस पड़ोस में प्रचलित धार्मिक क्रियाकलापों की सूची बनाइए। आप विभिन्न प्रकार की प्रार्थनाओं विभिन्न देवताओं की पूजा विभिन्न पवित्र स्थानों, विभिन्न प्रकार के धार्मिक संगीत और गायन आदि को देख सकते है। क्या इससे धार्मिक क्रियाकलापों की स्वतंत्रता का पता चलता है ?
उत्तर :- हमारे आस पास के पड़ोस में विभिन्न धर्मों से जुड़े लोग रहते है जो अपने धर्म से अलग अलग पवित्र स्थानों को पूजते है, विभिन्न देवी – देवताओं की पूजा करते है। जैसे कि:- हिंदू धर्म से जुड़े लोग मंदिर में पूजा और प्रार्थना करते है। मुस्लिम लोग मस्जिद में नमाज़ और इबादत करते है। क्रिश्चयन धर्म से जुड़े चर्च में प्रार्थना करते है। सिक्ख धर्म से जुड़े गुरुद्वारे में अरदास व कीर्तन करते है। अलग – अलग धर्म से जुड़ी यह गतिविधियां दर्शाती है कि भारत में प्रत्येक व्यक्ति को धर्म अपनाने और उनको पुरी तरह से निभाने की स्वतंत्रता प्राप्त है।
प्रश्न 2 – अगर किसी धर्म के लोग यह कहते हैं कि उनका धर्म नवजात शिशुओं को मारने की छूट देता है तो क्या सरकार किसी तरह का दखल देगी या नहीं ? अपने उत्तर के समर्थन में कारण बताइए।
उत्तर :- यदि कोई धार्मिक समूह कहता है कि उनका धर्म उन्हें शिशुहत्या करने की अनुमति देता है तो सरकार निश्चित रूप से हस्तक्षेप करेगी। कहने की आवश्यकता नहीं कि भ्रूण हत्या की प्रथा एक अपराध है।
प्रश्न 3 – इस तालिका को पूरा कीजिए:-
उद्देश्य | यह महत्वपूर्ण क्यों है ? | इस उद्देश्य के उल्लंघन का उदाहरण |
एक धार्मिक समुदाय दूसरे समुदाय पर वर्चस्व नहीं रखता | ||
राज्य न तो किसी धर्म को थोपता है और न ही लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता छीनता है | ||
एक ही धर्म के कुछ लोग अपने ही धर्म के दूसरे लोगों को न दबाएं |
उत्तर:-
उद्देश्य | यह महत्वपूर्ण क्यों है ? | इस उद्देश्य के उल्लंघन का उदाहरण |
एक धार्मिक समुदाय दूसरे समुदाय पर वर्चस्व नहीं रखता | यह महत्वपूर्ण है क्योंकि संविधान सभी को धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार देता है और यदि यह नहीं दिया गया तो देश में दंगे और सौहार्द बिगड़ने की संभावना हो सकती है।। | इजरायल के यहूदी मुसलमानों और क्रिश्चयन के साथ बुरा व्यवहार करते है। |
राज्य न तो किसी धर्म को थोपता है और न ही लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता छीनता है। | यह महत्वपूर्ण है कि देश में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी पसंद का धर्म अपनाने का अधिकार हो। यही बात देश को धर्मनिरपेक्ष देश बनाती है।। | राज्य छुआछूत जैसी सामाजिक समस्या को दूर करने के लिए धर्म में हस्तक्षेप करता है। |
एक ही धर्म के कुछ लोग अपने ही धर्म के दूसरे लोगों को न दबाएं | धर्म को धन या पंथ के आधार पर विभाजित नहीं किया जा सकता। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि कोई भी सदस्य अपने ही धर्म के अन्य सदस्यों पर हावी न हो। अपने धर्म का पालन करना हर व्यक्ति का अधिकार है। | हर धर्म में कहीं ना कहीं छुआछूत की समस्या पाई जाती है। |
प्रश्न 4 – अपने स्कूल की छुट्टियों के वार्षिक कैलेंडर को देखिए। उनमें से कितनी छुट्टियाँ विभिन्न धर्मों से संबंधित क्या संकेत मिलता है ?
उत्तर :- विभिन्न धर्मों के लिए स्कूल कैलेंडर में छुट्टियाँ:
हिंदू धर्म :- लोहडी, होली, रक्षाबंधन, दीवाली, दशहरा, भैया दूज, बसंत पंचमी, महाशिवरात्रि
मुस्लिम धर्म :- मोहर्रम, ईद – ए – मिलाद, ईद – उल – फितर
सिक्ख धर्म :- लोहडी, होली, गुरुनानक जयंती
जैन धर्म :- महावीर जयंती
भारत एक धर्म निरपेक्ष राज्य है और हर व्यक्ति सभी धर्मों का सामान आदर और सम्मान करता है।
प्रश्न 5 – एक ही धर्म के भीतर अलग – अलग दृष्टिकोणों के कुछ उदाहरण दें।
उत्तर :- एक ही धर्म में भिन्न-भिन्न विचारों के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं:
- हिंदू विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियों की पूजा करते हैं।
- मुसलमान शिया और सुन्नी में बंटे हुए हैं
- भगवान महावीर के अनुयायियों को जैन कहा जाता है
- बौद्ध अनुयायी महायान और हिनयान में विभाजित हैं
प्रश्न 6 – भारतीय राज्य धर्म से फ़ासला भी रखता है और उसमें हस्तक्षेप भी करता है। यह उलझाने वाला विचार लग सकता है। इस पर कक्षा में एक बार फिर चर्चा कीजिए। चर्चा के लिए इस अध्याय में दिए गए उदाहरणों के अलावा आप जानकारी के अन्य उदाहरणों का भी सहारा ले सकते हैं।
उत्तर :- भारतीय राज्य धर्म से दूर भी रहता है और धर्म में हस्तक्षेप भी करता है। यदि बहुसंख्यक धार्मिक समूह वाले व्यक्ति को राज्य की सत्ता मिल जाती है, तो वह इस शक्ति का उपयोग अन्य धर्मों के लोगों के साथ भेदभाव करने और उन पर अत्याचार करने के लिए कर सकता है। बहुसंख्यक अल्पसंख्यकों को उनके धर्म का पालन करने से भी वंचित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, हिंदू समुदाय में अस्पृश्यता अभी भी मौजूद है।
प्रश्न 7 – साथ में दिया गया यह पोस्टर ‘ शांति ‘ के महत्व को रेखांकित करता है। इस पोस्टर में कहा गया है कि “ शांति कभी न खत्म होने वाली प्रक्रिया है … यह हमारी आपसी भिन्नताओं और साझा हितों को नजरअंदाज करके नहीं चल सकती। “ ये वाक्य क्या बताते हैं ? अपने शब्दों में लिखिए। धार्मिक सहिष्णुता से इसका क्या संबंध है ?
इस अध्याय में आप ही की उम्र के विद्यार्थियों ने भी धार्मिक सहिष्णुता पर तीन तस्वीर बनाई है। धार्मिक सहिष्णुता को ध्यान में रखते हुए अपने साथियों को दिखाने के लिए खुद एक पोस्टर बनाइए।
उत्तर :- उपरोक्त वाक्यों से हमें पता चलता है कि शांति हम सभी को अच्छी लगती है। क्योंकि शांति होने पर ही राज्य में विकास के कार्य हो सकते हैं। इसीलिए प्रायः सभी धर्मों द्वारा शांति का प्रचार – प्रसार किया जाता है। क्योंकि शांति के बिना विकास संभव है। अतः विश्व के सभी धर्मों में शांति स्थापना के लिए आपसी सहयोग एवं सहिष्णुता होना आवश्यक है।
अपनी राय(कमेन्ट) देना न भूलें
इतिहास (History) हमारे अतीत -3
- अध्याय 1 – कैसे, कब और कहाँ ?
- अध्याय 2 – व्यापर से साम्राज्य तक
- अध्याय 3 – ग्रामीण छेत्र पर शासन चलाना
- अध्याय 4 – आदिवासी, दिकु और एक स्वर्ण युग की कल्पना
- अध्याय 5 – जब जनता बगावत करती है 1857 और उसके बाद
- अध्याय 6 – देशी जनता को सभ्य बनाना राष्ट्र को शिक्षित करना
- अध्याय 7 – महिलाएँ, जाति एवं सुधार
- अध्याय 8 – राष्ट्रीय आंदोलन का संघटन : 1870 के दशक से 1947 तक
नागरिक शस्त्र (Civics) सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन -3
- अध्याय 1 – भारतीय संविधान
- अध्याय 2 – धर्मनिरपेक्षता की समझ
- अध्याय 3 – हमें संसद क्यों चाहिए
- अध्याय 4 – कानूनों के समझ
- अध्याय 5 – न्यायपालिका
- अध्याय 6 – हाशशयाकरण की समझ
- अध्याय 7 – हाशियाकरण से निपटना
- अध्याय 8 – जनसुविधाए
- अध्याय 9 – कानून और सामाजिक न्याय
भूगोल (Geography) संसाधन एवं विकास भाग -2
- अध्याय 1 – संसाधन
- अध्याय 2– भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन
- अध्याय 3 – कृषि
- अध्याय 4 – उद्योग
- अध्याय 5 – मानव संसाधन